कैसे करे टॉप ? How to Top Exam ?

कैसे करे टॉप ?

    जब कोई विद्यार्थी अपने आस पास या फिर अपने जिले में या फिर राज्य स्तर के किसी टोपर विद्यार्थी को देखता सुनता या फिर पढता है तो उसके मन में विचार आता है की उसे भी बोर्ड के एग्जाम को टॉप करना है .  शुरुआत में जब बच्चा बोर्ड एग्जाम को टॉप करना है . शुरुआत में जब बच्चा बोर्ड एग्जाम क्लास में आता है तो बह उत्साहित रहता है , उसका बोर्ड एग्जाम तो टॉप करने का इरादा मजबूत होता है , परन्तु जैसे जैसे बच्चा अपने सिलेबस से रूबरू होता है तो उसके पसीने छूटने लगते है . वह सोचता है की मैं इससे कैसे निपटूंगा .

    मेरे भाई , मेरे दोस्त परेशानी यह नही है की आपका पाठ्यक्रम बड़ा है , आपको समझ नही आता है परेशानी की बात यह है की क्या आप अपने पाठ्य क्रम को पढना चाहते हो , क्या आप सीखना चाहते हो  , अगर हाँ तो बात ख़त्म ……..

Advertisements

 

   अब शुरू से शुरू करो अपनी एक डायरी उठो . डायरी नही है कोई बात नही …खरीदो … अगर खरीद नही सकते तो इसका भी उपाय है . आप अपने हर विषय के नोट्स तो बनाते हो , तो उस विषय की नोट बुक के पीछे 5/6 पेज अपने लिए रख लो , जहाँ पर अप सबसे पहले अपने लक्ष्य जैसे – 90% , 95% ,  IIT , NEET , NDA ,आदि लिख लो .

Advertisements

अब आप अपने पाठ्यक्रम  को अच्छे से देखे और साथ में यह देखे की किस पाठ से कितने नम्बर का प्रश्न आपके प्रश्न पत्र में लिखा जाता है .

       उसके बाद आप देखे की आप किस विषय में होशियार है और किस विषय में कमजोर है ? कमजोर विषयों अथवा पाठो एक सूची बना लीजिये . उसके बाद उन विषयों या पाठो पर अधिक ध्यान दे और इन्हें ज्यादा से ज्यादा से दोहराए .

Advertisements

 

नोट :  ‘दोहराना अति आवश्यक’

Advertisements
  •  सप्ताह में एक बार अवश्य एक पूरा दिन पढ़ी हुई सामग्री को पुन : पढने , समझने के लिए लगाये . बिना पुनरवलोकन निरंतर पढाई करने से हो सकता है आप आगे याद करते रहे और पिछले पाठ्यक्रम को भूल जाये .
  • प्रत्येक सप्ताह अथवा महीने में अपने एग्जाम के अनुदिश प्रैक्टिस सेट लगते रहे . 

 इस प्रक्रम से आप निश्चय ही अपने लक्ष्य को हासिल करोगे ….

 

Advertisements

 बहनों से कैसे बचे ?

 

Advertisements

     जब लक्ष्य मजबूत होते है तो वहां किसी बहाने के आने की कोई जगह नही बचती है . फिर भी इंसानी फितरत के अनुसार , सब सुख सुविधाओं की और चलते है सबको मेहनत से डर लगता है , सबको आराम चाहिए होता है साथ ही सफलता भी परन्तु सफलता के लिए तो दिन दोगुनी रात चोगुनी मेहनत करनी पड़ती है .

     विद्यार्थी जीवन में कुछ मूलभूत बहाने भी होते है जैसे पढ़ते वक्त नींद आना , कमर का दुखना आदि ये सभी बहाने बहुत प्रचलित है . हम ऐसे ही कुछ प्रचलित और महत्वपूर्ण बहनों से कैसे बचे ? इस पर आगे लेख लिखा गया है –

Advertisements

 पढ़ते वक्त नींद का आना 

     यह बहाना / प्रॉब्लम बहुत प्रचलित है , इसका इलाज भी इसी की तरह बहुत प्रचलित है जैसे कि चाय पीना , पानी पीना , बार -बार मुह का धोना . ये सभी एक डैम असर दिखने वाले इलाज है . आप इन्हें अंग्रेजी दवाई मानकर चले जो आपको तुरंत रिजल्ट देते है . हमें इन तुरंत रिजल्ट देने वाले फार्मूला को तो अपनाना है साथ ही इसका कुछ हद तक स्थाई इलाज भी ढूंढना है , जिसकी तुलना आप देशी जड़ी बूटी से कर सकते है जो रिजल्ट तो देते है परन्तु लेट .

Advertisements
  • सबसे पहले आप अपनी नींद को कंट्रोल करना सीखो . इसे कंट्रोल कैसे करोगे ऊसके  बारे में चर्चा करने से पहले आपको यह पता होना अति आवश्यक है की एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए किते घंटे की नींद पर्याप्त है और इसका उत्तर है 7 से 8 घंटे .
  •  आप अपनी सोने की आदत  को सुधारे . आप एक पैमाने के अनुसार अर्थात 7 से 8 घंटे की नींद की आदत डाले , ना ज्यादा ना कम. हाँ आप हफ्ते में एक दिन एक पॉवर स्लीप ले सकते है जिससे आपके पुरे हफ्ते की नींद का बेलेंस बना रहे . यह नींद आपको टुकडो में नही लेनी है अर्थात थोड़ी थोड़ी देर सोकर नही लेनी है .
  • यदि आप 1  महीने / 15 दिन रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद लेते है तो आप्पकी प्रॉब्लम धीरे धीरे ख़त्म होनी स्टार्ट हो जाएगी प्रॉब्लम  धीर धीरे ख़त्म होनी स्टार्ट हो जाएगी .

 

 

Advertisements

MAY GOD BLESS YOU    ( Deepak Kumar )

Advertisements
Exit mobile version