पंचलाइट कहानी का सारांश 2022 बोर्ड पेपर में जरूर आएगी

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पंचलाइट रेनू जी की आंचलिक कहानी है कहानी में बिहार के एक पिछड़े गांव के प्रवेश का सुंदर चित्रण प्रस्तुत किया गया है

महतो टोली में अशिक्षित लोग उन्होंने रामनवमी के मेले में एक पेट्रोमैक्स खरीदा जिसे वे पंचलेट कहते थे पंचलाइट को यह सीधे-साधे लोग सम्मान की चीज समझते हैं पंचलाइट को देखने के लिए टोली के सभी बालक औरत और मर्द इकट्ठे हो जाते हैं सरदार अपनी पत्नी को आदेश देता है कि शुभ कार्य को करने के लिए वह पूजा पाठ करें सभी उत्साहित है परंतु समस्या उठती है कि पंचलाइट को जलएगा कौन सीधे साधे लोगों को पेट्रोमैक्स को जलाना नहीं आता था।

इस टोली में गोधन नाम का एक युवक है वह गांव की मुनरी नाम कि एक लड़की से प्रेम करता है मुनरी की मां ने पंचों से गोधन की शिकायत की थी कि वह उसके घर के सामने से सिनेमा का गाना गाकर निकलता है इस कारण पंचों से ने उसे जाति से निकाल रखा है । मुनरी को पता था कि गोधन पंचलाइट को जला सकता है तो वह चतुराई से यह बात पंच तक पहुंचाती है पंच गोधन को पुन: जाति में ले आते हैं वह पंचलाइट को जला देते हैं मुनरी की मां गुलेरी प्रसन्न होकर गोधन को शाम को भोजन पर निमंत्रण करती है पंच की अति उत्साहित होकर गोधन को कह देते हैं तुम्हारा साथ खून माप खूब गाओ सलीमा का गाना

पंचलाइट की रोशनी में लोग भजन कीर्तन करते तथा उत्साह मनाते।

कहानी का कथानक सजीव सीधे-साधे अनपढ़ लोगों के सेवादारों को वाणी देने में रेनू जी का समर्थन रहे है इस कहानी में आंचलिक जीवन की सजीव झांकी प्रस्तुत की गई है।

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